Total Pageviews

Monday, October 31, 2016

तर-ककड़ी की उन्नत खेती कैसे करें

उन्नत किस्में :-
लखनऊ अर्ली :-
यह एक अगेती किस्म है इसके फल लम्बे,हल्के-हरे रंग के तथा नियमित तुड़ाई करने पर बहुतायत में लगते हैं |
करनाल सलैक्शन :-
यह अधिक संख्या में फल देने वाली किस्म है | फल लम्बे,हल्के-हरे रंग के,पतले,कुरकुरे,गुद्देदार व सुगन्धित होते है |
भूमि की तैयारी:-
काली तोरी व चिकनी तोरी के समान |
बिजाई का समय :-
 इसकी बिजाई का समय फरवरी से मार्च तक है परन्तु अगेती फसल लेने के लिए पालिथीन की थैलियों में बीज की जनवरी के महीने में बिजाई की जा सकती है | पौध सहित इन थैलियों को जमीन में गाड़ दिया जाता है |
बीज की मात्रा :-
एक एकड़ भूमि में तर-ककड़ी बोने के लिए एक किलोग्राम बीज की आवश्यकता पड़ती है |
फलों की तुड़ाई:-
नरम व चिकने फलों को प्रात:
अथवा शाम के समय तोड़ लिया जाता है | तोड़ते समय फलों की लम्बाई 15-30 सेटीमीटर होनी चाहिए | अगेती फसल से अच्छे दाम प्राप्त करने के लिए फलों को कुछ पहले तोड़ लेना चाहिए  जबकि पछेती फसल के फल कुछ देर में तोड़े जाते है | तर-ककड़ी की औसत पैदावार 40-50 किवंटल प्रति एकड़ होती है |

तर-ककड़ी में इथ्रेल का प्रयोग:-
तर-ककड़ी फसल से अधिक उपज प्राप्त करने के लिए  इथ्रेल नामक रसायन के 250 पी.पी,एम. घोल (10 मिलीलीटर इथ्रेल 50 प्रतिशत को 20 लीटर पानी में घोलकर प्रति एकड़)  का छिडकाव पौधों की 2 और 4 सच्ची पतियों की अवस्था में दो बार करने से फसल में वृद्धि होती है | इस रसायन के प्रयोग से फलों की संख्या प्रति पौधा व वजन में बढ़ात्तरी होती है |


तर-ककड़ी की खेती के बारे में जानने के लिए निचे दिए गए विडियो के लिंक पर क्लिक करें |


No comments:

Post a Comment